Tuesday, October 15, 2013

Kuchhal Dohe - Part 2 - Pehchaan

कुच्छल बतावै पंचायत नै
सुन लो भगवान् की पहचान
बिंधी कन्या जब बींध से
कन्या ही उसकी भगवान्

कुच्छल बतावै पंचायत नै
सुन लो गुरु की पहचान
जिस बींध से कन्या बिंधी
बींध ही गुरु है कन्या तू ले मान

कुच्छल बतावै पंचों से
सुन लो ज्ञान की बात
आकाश तत्व के माध्यम से
पहुंचे इधर उधर सब बात

कुच्छल से पुछा क्या है काल का राज
काल है इन्टरनेट जिससे मिले न कभी निजात

संतों के मन रहत है
अपने हित की बात
कुच्छल कहे यही ठीक है
यही सब संत सिखात

कुच्छल कहे सुन पंचायत
तेरे मतलब की बात
जो अपना हित न समझ सकें
वो मानव जन्म है बेकार

पंचायत पूछे कुच्छल से
कर्म और श्रम कि क्या है पहचान
कर्म तो बुद्धि करवावै
श्रम करें दो हाथ दो पैर

No comments:

Post a Comment