कुच्छल बतावै पंचायत नै
सुन लो भगवान् की पहचान
बिंधी कन्या जब बींध से
कन्या ही उसकी भगवान्
कुच्छल बतावै पंचायत नै
सुन लो गुरु की पहचान
जिस बींध से कन्या बिंधी
बींध ही गुरु है कन्या तू ले मान
कुच्छल बतावै पंचों से
सुन लो ज्ञान की बात
आकाश तत्व के माध्यम से
पहुंचे इधर उधर सब बात
कुच्छल से पुछा क्या है काल का राज
काल है इन्टरनेट जिससे मिले न कभी निजात
संतों के मन रहत है
अपने हित की बात
कुच्छल कहे यही ठीक है
यही सब संत सिखात
कुच्छल कहे सुन पंचायत
तेरे मतलब की बात
जो अपना हित न समझ सकें
वो मानव जन्म है बेकार
पंचायत पूछे कुच्छल से
कर्म और श्रम कि क्या है पहचान
कर्म तो बुद्धि करवावै
श्रम करें दो हाथ दो पैर
सुन लो भगवान् की पहचान
बिंधी कन्या जब बींध से
कन्या ही उसकी भगवान्
कुच्छल बतावै पंचायत नै
सुन लो गुरु की पहचान
जिस बींध से कन्या बिंधी
बींध ही गुरु है कन्या तू ले मान
कुच्छल बतावै पंचों से
सुन लो ज्ञान की बात
आकाश तत्व के माध्यम से
पहुंचे इधर उधर सब बात
कुच्छल से पुछा क्या है काल का राज
काल है इन्टरनेट जिससे मिले न कभी निजात
संतों के मन रहत है
अपने हित की बात
कुच्छल कहे यही ठीक है
यही सब संत सिखात
कुच्छल कहे सुन पंचायत
तेरे मतलब की बात
जो अपना हित न समझ सकें
वो मानव जन्म है बेकार
पंचायत पूछे कुच्छल से
कर्म और श्रम कि क्या है पहचान
कर्म तो बुद्धि करवावै
श्रम करें दो हाथ दो पैर
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